कोयला पोलैंड की 95% ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है, तथा पोलैंड के ऊर्जा मिश्रण में तेजी से शामिल हो रहा है।
पोलैंड के पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पोलैंड ने अपने कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन में 30% की कमी की है, जबकि इसी अवधि में उसका राष्ट्रीय उत्पाद 100% से अधिक बढ़ गया है।
लेकिन पोलैंड कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के शीर्ष 10 उत्पादकों में से एक है और अल जजीरा के अनुसार प्रतिदिन 7000 टन कोयले का खनन किया जाता है। इसने ग्रीनपीस जैसे पर्यावरणविदों को कोयला उद्योग के खिलाफ खड़ा कर दिया है। ग्रीनपीस 2020 में नवीकरणीय ऊर्जा से 15% की मांग करता है। उनका तर्क है कि इससे पोलैंड जैसे उभरते बाजारों के लिए चीन और भारत के लिए उदाहरण स्थापित करने की संभावना को दर्शाने में मदद मिलेगी।
एक अन्य संभावित लाभ यह है कि इससे पोलैंड को भारी उत्सर्जन वाली ऊर्जा के प्रति कम प्रतिरोधी होने तथा रूसी ऊर्जा आपूर्ति से दूर होने में मदद मिलेगी, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा हलकों में एक गर्म विषय है।